Bhopal
भोपाल गैस त्रासदी की बरसी पर हुई सर्वधर्म प्रार्थना सभा,जन-प्रतिनिधि, धर्मगुरू और नागरिक प्रार्थना सभा में हुए शामिल:
✍️रिपोर्टर देवेन्द्र कुमार जैन भोपाल, मध्यप्रदेश
भोपाल गैस त्रासदी की "38वीं बरसी" पर दिवंगतों की स्मृति में 3 दिसंबर को प्रात:भोपाल में बरकतउल्ला भवन (सेन्ट्रल लायब्रेरी) में श्रृद्धांजलि एवं प्रार्थना सभा हुई श्रद्धांजलि और प्रार्थना सभा में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शामिल हुए। दिवंगतों की स्मृति में 2 मिनिट की मौन श्रृद्धांजलि दी गई। इस अवसर पर विभिन्न धर्मगुरूओं द्वारा धर्मग्रन्थ का पाठ भी किया गया
मुख्यमंत्री ने भोपाल गैस त्रासदी की 38वीं बरसी पर सेंट्रल लाइब्रेरी में आयोजित 'श्रद्धांजलि एवं सर्वधर्म प्रार्थना सभा' कार्यक्रम में भोपाल गैस त्रासदी में प्राण गंवाने वाले दिवंगत आत्माओं को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए प्रार्थना करते हुए कहा कि सभी धर्म मानव कल्याण की कामना के साथ प्रेरित करते हैं कि हम दूसरों की पीड़ा दूर करने के लिए कार्य करें। भोपाल गैस त्रासदी से एक सबक जरूर मिला कि प्रकृति से खिलवाड़ मत करो। प्रकृति से उतना ही लें, जितना आवश्यक है। दोहन के बजाय प्रकृति का शोषण हमारे ही विनाश का कारण बन सकता है। भोपाल गैस त्रासदी सबक है कि हम अपनी जरूरतों के अनुसार ही प्राकृतिक संसाधनों का दोहन करें। प्रगति आवश्यक है, लेकिन पर्यावरण और प्रकृति की कीमत पर बिल्कुल नहीं। पर्यावरण संरक्षण के लिए हमें भौतिकता और आध्यात्मिकता के बीच संतुलन बनाना होगा। यह संतुलन बिगड़ा तो औद्योगिक त्रासदी कैसे रोकी जा सकेंगी। मुख्यमंत्री ने कहा पर्यावरण का संरक्षण जीव जगत के कल्याण के लिए आवश्यक है। यह हम सभी का दायित्व है। भोपाल गैस त्रासदी का रूह कंपा देने वाला मंजर मुझे आज भी याद है। चारों तरफ हाहाकार मचा हुआ था, लोग जान बचाने के लिए भाग रहे थे। गैस कांड का यह संदेश है कि प्रकृति से उतना ही लो जितना भरपाई कर सको। यह धरती सबके लिए है, सब को जीने का हक है, सबके लिए भी कुछ छोड़ दो।
12/03/2022 01:34 PM