Bhopal
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में तारा बाघिन ने दिया चार शावकों को जन्म:
भोपाल 9 मई। रिपोर्टर देवेन्द्र कुमार जैन
मध्यप्रदेश को टाइगर स्टेट का तमगा दिलाने में बांधवगढ़ नेशनल पार्क टाइगर रिजर्व के बाघों की वंशवृद्धि में बाघिनों का विशेष योगदान है। यहां बाघों के प्रजनन, रहवास और भोजन के मामले में सबसे बेस्ट हैबिटेट मौजूद हैं। इस वजह से बाघों की सबसे घनी आबादी यहीं देखी जा सकती है।
बाघों की सघनता और सहजता से बाघ दर्शन के लिए मशहूर विश्व प्रसिद्ध बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में बाघिन तारा पर्यटकों के लिए आंख का तारा बनी है। इस बाघिन तारा ने 4 शावक को जन्म दिया है। रिजर्व क्षेत्र के खितौली गेट के पास डमडमा नाले और उसके आसपास अपनी टेरिटरी बना रखी है। तारा ने पहले लिटर के तीन शावकों को जन्म दिया पर नर शावक ने मार दिया था।
तारा बाघिन अपने 4 नवजात शावकों के साथ अठखेलियां करती देखी जाती है। पर्यटकों के लिए तारा आकर्षण का केंद्र बन चुकी है। बांधवगढ़ को बाघों का गढ़ बनाने में अपने-अपने समय पर बाघिनों ने दुनिया भर में प्रसिद्धि दिलाई है। बांधवगढ़ की स्थापना से लेकर अब तक सीता फीमेल, पुरानी चक्रधरा, झोरझरा फीमेल, लंगड़ी फीमेल कनकटी फीमेल, पटिहा फीमेल, राजबहेरा फीमेल, सोलो फीमेल के बाद जूनियर कनकटी और इस तारा ने प्रसिद्धि की ऊंचाइयों को स्पर्श किया है। तारा बाघिन पुरानी डमडमा की संतान है, लंबी-चौड़ी कद-काठी और यूज-टू स्वभाव के कारण तारा पर्यटकों के लिए अपनी ओर खींचती है।
05/09/2022 04:10 PM