Aligarh
सपा नेता व मेयर प्रत्याशी तस्लीम मलिक कुरैशी ने कहा कि जमीरउल्लाह नाकाम रहे हैं, 4 पार्टियों में गए, शिक्षा की भी कमी: 10 हजार पर सिमट गए।
अलीगढ़। सामाजिक परिवार चौधरी मोहम्मद फारूक कुरेशी के पुत्र तस्लीम मलिक कुरेशी जो एक पुराना राजनीतिक सामाजिक परिवार से आते हैं, तस्लीम मलिक कुरैशी ने बताया कि पिता द्वारा दो पार्टियों का गठन किया था जिसमें एक बहुजन समाज पार्टी तो दूसरी भारतीय किसान दल उन्होंने बनाया था और 1957 में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के छात्र के साथ-साथ जनरल सेक्रेट्री भी रहे, उन्होंने कहा कि मैंने भी अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से शिक्षा ग्रहण की, छात्र रहते अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में कई चुनाव लड़े और फिर राजनीतिक सफर का आरंभ कांग्रेस पार्टी के साथ किया सोनिया जी की और कांग्रेस की जो सोच थी वह मुझे पसंद थी इसीलिए मैंने उनका साथ दिया, एनएसयूआई का मुझे प्रेसिडेंट भी बनाया गया तो उसके बाद जब मेरी शिक्षा पूरी हुई तो मैं दिल्ली चला गया और कांग्रेस पार्टी के एआईसीसी के द्वारा अपनी राजनीति की पारी को आगे बढ़ाया और फिर धीरे-धीरे मैंने महाराष्ट्र का प्रभारी रहा, मुंबई का प्रभारी रहा, दिल्ली का प्रभारी रहा, तमाम बड़े इलेक्शनो में हिस्सा लिया सोनिया गांधी जी का बड़ा योगदान रहा है इसमें, लेकिन उसके बाद जिस तरह से पॉलिटिकल पारी आगे बढ़ती गई और 2017 तक हम कांग्रेस का एलाइंस समाजवादी पार्टी के साथ हुआ और समाजवादी पार्टी ने यहां अपने उम्मीदवार उतारे तो वहीं कांग्रेस ने भी 25 परसेंट भागीदारी के अनुसार अपने उम्मीदवार उतारे, अलीगढ़ से मुझे भी उम्मीदवार बनाने की बोला गया था, अखिलेश यादव जी ने मुझे दिल्ली बुलाया और कहा कि हमारा जो मौजूदा विधायक है हम उसको टिकट देंगे क्योंकि आप पार्टी के मजबूत सिपाही हैं और कांग्रेस पार्टी के सीनियर लीडर हैं तो हम आपको एक जिम्मेदारी देंगे और आपका पूरा सहयोग रहेगा तो फिर अखिलेश जी ने अपना वादा निभाते हुए मुझे अठाईस 28 विधायकों का प्रभारी बनाया जिसमे बनारस, जौनपुर, सुल्तानपुर, भदोही कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के प्रत्याशियों के लिए प्रचार किया।
तस्लीम मलिक कुरेशी ने कहा कि अखिलेश यादव जी ने कहा था कि आप सपा पार्टी जॉइन कर लीजिए मैंने उनको बोला था कि समाजवादी पार्टी का मैं सम्मान करता हूं क्योंकि वह सब लोगों को साथ लेकर चलती है और आप जैसा व्यक्ति इस पार्टी का अध्यक्ष है जिसकी मुझे बहुत खुशी है।
आगामी निकाय चुनाव समाजवादी पार्टी के बैनर तले
तस्लीम मलिक कुरेशी ने कहा कि पिछली बार 2017 के बाद मैंने 2022 में टिकट मागा था मैंने समाजवादी पार्टी के टिकट के लिए अप्लाई किया उसके बाद उन्होंने कहा कि हम मेयर के लिए आपको आगे के लिए तैयारी की बोला और कहा हम आपको लड़ाएंगे, क्योंकि यहां पर समाज में हमारे जो लोग हैं मैं कुरैशी समाज से आता हूं तो यहां पर कुरेश समाज का बहुत बड़ा वोटर है दोनों विधानसभा में लगभग सवा लाख, वोट है तो जब आप इलेक्शन लड़ते हैं तो आप और आपकी बिरादरी एवं दोस्त व परिजन आपको सपोर्ट करते हैं इसके अलावा मैं कुरेश संस्था का भी अध्यक्ष रह चुका हूं जिसमें भारत में 8 करोड कुरेशी वोटर हैं तो इस लिहाज से मेरी दावेदारी यहां मजबूत बनती थी और पार्टी भी यही चाहती थी के तस्लीम मलिक कॉन्ग्रेस पार्टी छोड़कर आए हैं तो हम इनको एक मौका देंगे और दूसरे दलो से जोकि अभी हमारे अध्यक्ष अखिलेश यादव जी ने कहा कि हम दूसरे दलों से आए लोगों को सम्मान दंगे और हमें अपने कुनबे को बढ़ाना है समाजवादी पार्टी की विचारधारा से मैं बहुत प्रभावित हूं और मेरा यह मानना है यह अगर ऊपर वाले ने चाहा और अलीगढ़ की जनता ने मेरे ऊपर विश्वास किया क्योंकि जिस तरह से मेरी पब्लिक इमेज है जो मेरी एक सेकुलर खानदान की इमेज है मेरे पिता की वजह से है क्योंकि उन्होंने बहुत काम किया था मेरा यह सपना रहा क्योंकि मैं दिल्ली, मुंबई बहुत ज्यादा रहा तो मैंने बहुत कुछ देखा है अब मैं चाहता हूं कि यह अलीगढ़ दिल्ली के बाद अगर करीब एनसीआर में विकसित हो तो अलीगढ़ हो और इसको बनाने के लिए हमारे पास बहुत सारी इसकीमें एवम योजनाएं हैं हमारे बहुत सारे प्लान है जो मैं धीरे-धीरे अगर पार्टी मौका देती है और मेयर प्रत्याशी बनाती है तो जनता के बीच में मैं अपने प्लान लेकर आऊंगा और बताऊंगा कि किस तरीके से हम अलीगढ़ को एक अच्छा शहर वर्ल्ड क्लास सिटी हम बनाएंगे क्योंकि अब जेवर पर एअरपोर्ट बन गया है इसलिए भी यहां की जिम्मेदारी बनती है कि यहां पर एक अच्छा शिक्षित प्रत्याशी हो और पढ़ा-लिखा साथ में तजुर्बेकार हो हमारी फेमली में काफी समय से तकरीबन सो साल से भी ज्यादा से हम लोग राजनैतिक एवं सामाजिक कार्य करते रहे हैं जिसकी अलीगढ़ की नस से वाकिफ हूं गली गली से वाकिफ हूं उपर वाले का शुक्र है कि अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से शिक्षा ग्रहण की है जिसकी वजह से मेरे जो साथी हैं वह सब लोग चाहते हैं, क्योंकि सीनियर कैबिनेट का एवं कोर्ट का चुनाव लड़ाया दिल्ली एसोसिएशन का सेकेट्री बना, अलीगढ़ के लोग मेरे साथ है अलिग मेरे साथ है कांग्रेस पार्टी के सभी पुराने और नए लोग जो जिनसे 25 साल का नाता है वह सभी मेरे साथ है BSP के मेरे पिता फाउंडर मेम्बर रहे हैं भारतीय किसान दल के भी फाउंडर मेम्बर रहे हैं तो मेरे पिता की इमेज ही वजह से मुझे और यकीन हे कि जनता इस बार मुझे मौका देगी और समाजवादी भी मुझे भरोसा दिलाएगी कि मुझे पार्टी प्रत्याशी बनाए और मैं यह दावे के साथ कह सकता हूं कि अगर समाजवादी पार्टी से मुझे टिकट दिया तो पार्टी को मैं मायूस नहीं करूंगा और विजई होकर समाजवादी पार्टी का प्रचम लहराऊगा, उत्तर प्रदेश का समाजवादी पार्टी का मेयर तस्लीम मलिक कुरेशी के रूप में आप देखेंगे।
दावेदारो के लिए क्या कहा?
तस्लीम मलिक कुरेशी ने कहा कि सभी को दावेदारी करने का हक़ है वह भी हमारी पार्टी के सिपाही हैं पार्टी के वर्कर हैं यह तो हमारी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के ऊपर निर्भर करता है कि किसको प्रत्याशी बनाया जाए कौन सशक्त है, पूर्व में पार्टी ने जिन लोगों को भी मौका दिया उन सबको हमने चुनाव लड़ाया और विजय बनाया अब पार्टी इन सब को आजमा चुकी है और जाहिर सी बात है कि हर आदमी की पार्टी के वर्कर की ख्वाहिश होती है कि उसको टिकट मिले और वह कामयाब हो लेकिन क्योंकि यह पहले आजमाएं जा चुके हैं और अब दूसरे लोगों नए लोगों को भी मौका देना चाहिए और जो दूसरे दल से आए अनुभवी नेता हैं जिन्हें पब्लिक पसंद करती है जिनकी राजनीतिक छवि है उसको देखना है पिछली बार समाजवादी ने जो कैंडिडेट उतारा था वह बहुत ही लो स्तर के थे उनकी जमीनी पकड़ नहीं थी ना उनका वोटर मौजूद था लेकिन मेरे पास जमीनी वोटर है मेरे पास हर गली मोहल्ले में तस्लीम मलिक के साथी और उनकी आवाज को बुलंद करने वाले लोग मिल जाएंगे, राजनीति में एक लम्बा समय लगता है मैंने 30 साल का समय लगाया है और मैं अपने इस अनुभव की बुनियाद पर अपनी दावेदारी मजबूत समझता हूं और बाकी लोगों का भी हक है कि वह भी अपनी दावेदारी पेश करें लेकिन पार्टी जिस पर भी भरोसा बताएं तो हम सब मिलकर समाजवादी पार्टी से प्रत्याशी को जिताना है यही हमारी सोच है।
प्रत्याशी कैसा होना चाहिए?
तस्लीम मलिक कुरैशी ने कहा कि जमीरउल्लाह विधानसभा के उम्मीदवार रहे हैं या फिर विधायक रहे हैं वे बेले मेयर का चुनाव लड़ चुके हैं और जनता ने उनको नकार दिया जीते नहीं, समाजवादी पार्टी ने उनको प्रत्याशी बनाया और वह पेश करते रहे कि मैं चुनाव जीत सकता हूं लेकिन पार्टी उनको पहले चुनाव में उतार चुकी है और वह इसमें नाकाम रहे हैं वह इस लायक नहीं थे और इनके पास एजुकेशन शिक्षा भी नहीं है, अभी पिछले इंटरव्यू आया जिसमें गली गली मोहल्ले में लोग हस रहे थे उन्होंने सर सय्यद को और अलीगढ़ को बुरी तरीके से उनकी जो तालीम थी उसके विरुद्ध वह साबित हुए, तो आप इंटरव्यू दे रहे हैं और बात कर रहे हैं...और एजुकेशन के प्वाइंट को नहीं समझ पाए कि किस तरह से उनको जवाब देना है, उन्होने कहा कि फिर आपने अपनी किस्मत आजमा ली मेयर के टिकिट पर, उसके बाद आपको कितने वोट मिले, आपको वोट नहीं मिला और इस वक्त जीतने के लिए कम से कम मेरे ख्याल से ढेर लाख से ऊपर वोट चाहिए और जो डेढ़ लाख वोट लेकर आएगा वही मेयर बनेगा, इनके पास डेढ़ लाख आकड़ा ही नहीं है इनके पास वोट ही नहीं है पिछली बार ये 10,000 पर सिमट गए इनकी जमानत जप्त हो गई तो यह किस तरह से उम्मीदवार हो सकते हैं? चार चार पार्टी में चले गए यह प्रगतिशील पार्टी में रहे, समाजवादी पार्टी में रहे, कॉन्ग्रेस में रहे, बीएसपी मे रहे, तो उनका अब यहां कोई जनाधार नही है कभी वह शहर सीट पर आते हैं तो कभी कोल की सीट पर जाते हैं अब फिर सोचते हैं कि मेयर लड़ जाऊं जब तुम शहर की सीट छोड़ आए तो शहर वाले आपके साथ क्यों खड़े होंगे?
कोल की सीट पर आकर दुबारा आपकी जमानत जब्त हो जाती है, तो यह तो पार्टी हाई कमान तय करेगी कि किसको टिकट मिलना है। और पार्टी इस बार जिताऊ व शिक्षित प्रत्याशी पर ही भरोसा जताएगी ये मुझे पूरा यकीन है मुझे मेरे राष्ट्रीय अध्यक्ष पर पूरा भरोसा है क्योंकि मेने राष्ट्रीय अध्यक्ष जी के भरोसे ही ज्वाइन की है, और मुझे गर्व है कि उनकी वजह से ही में समाजवादी पार्टी में हूं, मुझे अपने काम पर भरोसा है, अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी सर सैयद जी ज़मीन है और बड़े शर्म की बात है कि जो लोग अपने आप को शिक्षित नहीं कर पाए हो फॉर्म को रिप्रेजेंट करेंगे यह बड़े हादसे पद बात है इस तरह की सोच पर भी हमें अफसोस होता है जो समझदार पढ़ा लिखा व्यक्ति होता है वही समझदार होता है और सेकुलरिज्म को समझता है और सभी को साथ लेकर चलता है और वह तो जमाना चला गया जब खलील खा सकता बाकी थे अब तो शिक्षित लोगों का ही होगा चाहे वो मेयर के लिए आए या फिर विधानसभा के लिए।
11/19/2022 07:36 PM


















