Aligarh
अलीगढ़। प्रदेश में स्वच्छ भारत मिशन के द्वितीय चरण ओडीएफ प्लस के तहत 3750 ग्राम पंचायतों का चयन कर एसएलडब्लूएम के कार्य कराये जा रहे हैं। मण्डल के 163 ग्राम पंचायतों में 70.32 करोड़ की धनराशि व्यय कर कूड़ा-कचरा प्रबन्धन के लिये कार्य किये जाएंगे। इसमें आरआरसी सेन्टर, ई-रिक्शा, खाद के गड्ढे, प्लास्टिक बैंक, सोक पिट, सिल्ट कैचर, फिल्टर चैम्बर, लीच पिट का निर्माण कराये जाने के लिये 31 दिसम्बर तक का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। शासन की मंशा है कि हमारे गॉव, शहरों की तरह दिखें ही नहीं बल्कि उनमें वह सभी सुविधाएं मौजूद हों, जिनकी एक परिवार उम्मीद करता है। प्रदेश सरकार द्वारा विकास एवं निर्माण कार्यों की दिशा में अहम निर्णय लेते हुए एसएलडब्लूएम के लिये कंसलटेंट इंजीनियर्स की प्रदेश भर में तैनाती की है, जिससे एमबी बनाये जाने के साथ ही विकास कार्य बेहतर एवं गुणवत्तापूर्ण ढ़ंग से करने में मदद मिलेगी।
अलीगढ़ स्वच्छ भारत मिशन के द्वितीय चरण ओडीएफ प्लस के तहत मण्डलीय समीक्षा बैठक हुई सम्पन्न।:
अलीगढ़। प्रदेश में स्वच्छ भारत मिशन के द्वितीय चरण ओडीएफ प्लस के तहत 3750 ग्राम पंचायतों का चयन कर एसएलडब्लूएम के कार्य कराये जा रहे हैं। मण्डल के 163 ग्राम पंचायतों में 70.32 करोड़ की धनराशि व्यय कर कूड़ा-कचरा प्रबन्धन के लिये कार्य किये जाएंगे। इसमें आरआरसी सेन्टर, ई-रिक्शा, खाद के गड्ढे, प्लास्टिक बैंक, सोक पिट, सिल्ट कैचर, फिल्टर चैम्बर, लीच पिट का निर्माण कराये जाने के लिये 31 दिसम्बर तक का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। शासन की मंशा है कि हमारे गॉव, शहरों की तरह दिखें ही नहीं बल्कि उनमें वह सभी सुविधाएं मौजूद हों, जिनकी एक परिवार उम्मीद करता है। प्रदेश सरकार द्वारा विकास एवं निर्माण कार्यों की दिशा में अहम निर्णय लेते हुए एसएलडब्लूएम के लिये कंसलटेंट इंजीनियर्स की प्रदेश भर में तैनाती की है, जिससे एमबी बनाये जाने के साथ ही विकास कार्य बेहतर एवं गुणवत्तापूर्ण ढ़ंग से करने में मदद मिलेगी।
उक्त उद्गार मिशन निदेशक पंचायती राज अनुज कुमार झा ने ओडीएफ प्लस ग्रामों की मण्डल स्तरीय समीक्षा के दौरान जवाहर लाल नेहरू मेडिकल सभागार में व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि बदलते परिवेश में लोगों की सोच में काफी परिवर्तन देखने कोे मिल रहा है। स्वच्छता एवं पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ी है। उन्होंने ओडीएफ प्लस योजना के उद्देश्यों पर विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि ऐसा गॉव जहां खुले में शौच पर पूर्ण पाबंदी के साथ ग्राम पंचायतों मंें कम से कम एक सामुदायिक शौचालय हो। इसके अलावा गॉव के सभी घरों, प्राथमिक विद्यालय, पंचायत घर, आंगनबाड़ी केन्द्र में शौचालय अनिवार्य रूप से हो। ओडीएफ प्लस गॉव में प्लास्टिक कलेक्शन सेन्टर बनाने के साथ ही सामुदायिक बायो गैस प्लांट होना भी आवश्यक है। सार्वजनिक स्थानों और कम से कम 80 प्रतिशत घरों में अपने ठोस एवं तरल कचरे के प्रबंधन के साथ ही सामूहिक जगहों पर जैविक-अजैविक कूड़ा या नाले में पानी एकत्रित नहीं होना चाहिये।
मिशन निदेशक श्री झा ने मण्डल के चारों जनपदों के ग्राम प्रधान एवं ग्राम पंचायत सचिवों से स्वच्छ भारत मिशन के द्वितीय चरण ओडीएफ प्लस के सम्बन्ध में कार्य शुरू हो गया है या नहीं, शुरू हो रहे या कार्य की गुणवत्ता एवं भुगतान की स्थिति के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त की। उन्होंने स्पष्ट किया कि योजना में धन की कमी नहीं है। उन्होंने ग्राम प्रधानों से अपील करते हुए कहा कि वह ओडीएफ प्लस योजना को धरातल पर साकार करने के लिये नेतृत्व प्रदान करें। लोगों को स्वच्छता के प्रति जिम्मेदारी का एहसास दिलाएं, सोच में परिवर्तन से ही व्यवहार में परिवर्तन आयेगा। लोगों को यूजेज चार्जेज जमा करने के लिये भी प्रेरित करें। किसी एक के कार्य करने से गॉव स्वच्छ नहीं होगा बल्कि सभी मिलकर कार्य करें और सुनिश्चित करें कि कचरा प्रतिदिन उठाया जाए। तैयार की गयी कार्ययोजना के अनुसार जो भी सामग्री क्रय की जाए या निर्माण कार्य हो रहा है उसका समुचित सदुपयोग किया जाए।
11/07/2022 05:54 PM


















