Aligarh
सात समंदर पार कतर से पति ने पत्नी को व्हाट्सएप पर दिया तीन तलाक, महिला लगा रही हैं अधिकारियों के चक्कर :
अलीगढ़। यूपी के अलीगढ़ जिले में सात समंदर पार कतर में बैठे पति के द्वारा व्हाट्सएप व फेसबुक पर तीन तलाक दिए जाने का एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। जहां हिंदुस्तान से बाहर अरब कंट्री कतर में जॉब कर वहां बैठे अलीगढ़ निवासी एक पति अब्दुल रशीद ने व्हाट्सएप पर हिंदुस्तान में बैठी अपनी पत्नी इलमा खान को तीन तलाक दे दिया।अरब कंट्री कतर से पति द्वारा फेसबुक ओर व्हाट्सएप पर अपनी पत्नी को तीन बार में दिए गए तलाक के बाद पीड़िता पत्नी अब इंसाफ के लिए अधिकारियों की चौखट पर दरदर की ठोकरे खाते हुए मदद की गुहार लगाती हुई फिर रही हैं। वहीं पुलिस ने महिला इल्म खान की तहरीर के आधार पर उचित धाराओं में देहली गेट थाने पर मुकदमा दर्ज किया गया है। जबकि विवेचना करते हुए वैधानिक कार्रवाई प्रचलित हैं।
जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश के जनपद अलीगढ की कोतवाली सिविल लाइन क्षेत्र के रहने वाले अब्दुल राशिद पुत्र अब्दुल वहीद ने पत्नी इल्मा को फेसबुक ओर व्हाट्सएप पर तलाक दे दे दिया। इल्मा खान अब अधिकारियों के चक्कर लगाकर इंसाफ के लिए भटक रही है। जहां शुक्रवार को इल्मा ने अलीगढ़ के एसएसपी कार्यालय पहुंच गई और एसएसपी से उसके पति द्वारा फेसबुक पर कतर से दिए गए तीन तलाक की शिकायत की गई। इल्मा ने बताया कि एसएसपी ने मुकद्दमा दर्ज कर कार्यवाही का आश्वासन दिया है।
आपको बताते चलें कि तीन तलाक की शिकार हुई ब पीड़ित इल्मा का कहना है कि वह यूपी के मथुरा जिले के थाना सदर बेमपियर नगर कठौती इलाके की रहने वाली है ओर वर्तमान में अब वह अलीगढ़ जिले के थाना देहली गेट इलाके के ईदगाह शाहजमाल इलाके में रह रही है। वहीं उसकी शादी 20 दिसम्बर 2018 में कोतवाली सिविल लाइंस क्षेत्र के वहीद मार्केट जमालपुर निवासी युवक अब्दुल राशिद पुत्र अब्दुल वहीद के साथ मुस्लिम रीति रिवाजों के साथ निकाह होते हुए संपन्न हुई थी। जबकि उसके पिता के द्वारा उस दौरान शादी में करीब 25 लाख रुपए खर्च करते हुए स्विफ्ट डिजायर कार भी दहेज में दी गई थी। आरोपी की शादी में खर्च किए गए दान दहेज से उसका पति का ससुराली जन खुश नहीं थे। जिसके चलते शादी के बाद से ही उसका अतिरिक्त दहेज की मांग करते हुए मानसिक उत्पीड़न करना शुरू कर दिया। जबकि अब उसका पति अब्दुल वहीद अब क़तर में काम करता है, ओर शादी के कुछ दिन बाद ही वह क़तर चला गया। लेकिन उसको अपने साथ क़तर लेकर नहीं गया। लेकिन बहुत कहने सुनने के बाद वह उसे 4 महीने के लिए क़तर लेकर गया और उसके बाद वह अपने वतन अपने घर लौट आई।
इसके साथ ही इल्मा ने बताया कि उसके ससुराल का माहौल बहुत ख़राब है। उसके पति सहित उसके कई भाइयों ने भी पत्नियों को छोड़ रखा है। जबकि उसकी पति की बहनें भी अपने ससुराल को छोड़कर मायके में रह रही हैं। इसके साथ ही महिला का आरोप है कि 25 अप्रैल 2021 को उसके पति और ससुरालियों ने उससे अतिरिक्त दहेज में 10 लाख रुपये दहेज की मांग की गई जब उसने अपने मायके से रुपये लाने से मना कर दिया तो उसके पति और ससुराल जनों ने उसको घर के अंदर बंद कर बेरहमी के साथ मारपीट करते हुए पिटाई की गई। जिसके बाद उसके पेट में लात मारी गई। जिसके चलते उसके पेट में पल रहे गर्भ को गंभीर चोटें पहुंची जिसके बाद उसके पत्तियों ससुराली जनों ने उसको धक्के देकर घर से निकाल दिया इसके बाद जब वह अपने घर पहुंचे और अपने माता-पिता को अपने साथ ससुराल में हुई जुल्म भरी दास्तान बताई गई। इसी दौरान 26 अप्रैल को उसके पेट में अचानक ब्लीडिंग होने लगी जिसके बाद उसके मायके पक्ष के लोगों ने उसको पास के ही एक निजी हॉस्पिटल मेहता अस्पताल में भर्ती कराया गया जाना अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट में पता चला कि उसके पेट में पल रहा बच्चा पेट में लात लगने के चलते पेट के अंदर ही खत्म हो गया। इसके साथ उसका आरोप है कि शादी के बाद से ही उसका पति और ससुराली जन उसको अतिरिक्त दहेज की मांग करते हुए मारपीट कर कमरे के अंदर बंदकर उसको कई-कई दिन भूखा रखा जाता था।
इसके साथ इल्मा ने बताया कि उसके पति ने उसे जुलाई 2021 में सबसे पहले व्हाट्सएप पर तलाक का पेपर भेजा ओर उसके बाद अगस्त 2021 में और फिर सितंबर 2021 में तीसरा पेपर फेसबुक से भेजकर तलाक दे दिया। इल्मा ने कहा कि वह इंसाफ लेकर रहेंगी, चाहे उसके लिए उन्हें कितनी ही लंबी लड़ाई क्यों? नहीं लड़नी पड़े।
वह इस मामले पर क्षेत्राधिकारी प्रथम अशोक कुमार का कहना है कि थाना देहली गेट के ईदगाह मोहल्ला शाह जमाल निवासी एक पीड़ित महिला के द्वारा अपने पति पर तीन तलाक दिए जाने के मामले में मुकदमा दर्ज कराने के लिए तहरीर दी गई है। इसके साथ ही महिला का आरोप है कि उसका पति और ससुरालजन उसका दहेज की मांग करने के साथ ही उसका उत्पीड़न किया जा रहा है। महिला की तहरीर के आधार पर उचित धाराओं में थाने पर मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस द्वारा विवेचना करते हुए वैधानिक कार्रवाई प्रचलित हैं।
10/23/2022 04:02 AM


















