Aligarh
मैरिंगो क्यू.आर.जी हॉस्पिटल ने अलीगढ़ में शुरू की ओपीडी सेवा, लीवर और किडनी पेशंट को मिलेगी राहत:
अलीगढ़ : एनसीआर और फरीदाबाद के अग्रणी अस्पतालों में शुमार मैरिंगो क्यू.आर.जी हॉस्पिटल ने आज अलीगढ़ में मल्टी स्पेशयलिटी ओपीडी सर्विस की शुरुआत की है. इस ओपीडी में लीवर, गैस्ट्रो और किडनी से जुड़ी बीमारी वाले मरीज स्पेशलिस्ट डॉक्टर्स को दिखा सकेंगे. इस ओपीडी का आगाज अलीगढ़ के शुभ सुपर स्पेशलिस्ट सेंटर के साथ मिलकर किया गया है. महीने के पहले और तीसरे शुक्रवार दोपहर 2 बजे से शाम 4 बजे तक इस ओपीडी में मरीज डॉक्टरों को दिखा सकेंगे।
स्वास्थ्य के क्षेत्र में लगातार बेहतर सुविधाएं देने वाले फरीदाबाद के मैरिंगो क्यू.आर.जी की ओपीडी से अलीगढ़ और आसपास के इलाके के लोगों को काफी राहत मिलेगी. अस्पताल के पास वर्ल्ड क्लास सेवाएं और स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की टीम है जो निश्चित ही क्षेत्र के मरीजों के लिए काफी लाभदायक साबित होंगे।
मैरिंगो क्यू.आर.जी हॉस्पिटल फरीदाबाद में मिनिमल एक्सेस, गैस्ट्रोइंटेस्टिनल और एचपीबी सर्जरी के असोसिएट डायरेक्टर डॉक्टर दीपांकर एस. मित्रा और नेफ्रोलॉजी एंड किडनी ट्रांसप्लांट विभाग के कंसल्टेंट डॉक्टर विवेक बंसल की मौजूदगी में ओपीडी को शुरू किया गया. ये दोनों ही विशेषज्ञ डॉक्टर अलीगढ़ की ओपीडी में मरीजों को देखेंगे।
इस ओपीडी के शुरू होने से अलीगढ़ और आसपास के क्षेत्र के सभी वर्गों के लोग आसानी से डॉक्टर्स का बेहतर सुझाव पा सकेंगे और फिर उनका अच्छे से अच्छा इलाज हो सकेगा. इस ओपीडी में डॉक्टर्स मरीजों को उनकी बीमारी से जुड़ी चीजें तो बताएंगे ही, साथ ही लीवर, पैनक्रियास, पित्त और गुर्दे से जुड़ी बीमारियों के सही इलाज की सुविधा भी उपलब्ध कराएंगे।
डब्ल्यूएचओ की हालिया रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में अगर क्रोनिक बीमारियों की बात की ए तो लीवर से जुड़ी समस्याओं का दूसरा नंबर आता है और ये मौत का कारण भी बन रही है. ग्लोबाकान इंडिया 2020 रिपोर्ट के अनुसार, भारत में सबसे ज्यादा होने वाले कैंसर के मामलों में लीवर कैंसर का 11वां नंबर दर्ज किया गया और इस तरह के करीब 30 हजार केस रिकॉर्ड किए गए।
मैरिंगो क्यू.आर.जी अस्पताल फरीदाबाद में मिनिमल एक्सेस, गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल और एचपीबी सर्जरी के असोसिएट डायरेक्टर डॉक्टर दीपांकर एस. मित्रा ने ओपीडी लॉन्च के मौके पर कहा, ‘’लीवर, पैनक्रियास, गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल, लीवर पर सूजन, हैपेटाइटिस एक बड़े खतरे के रूप में उभर रहा है, हालांकि अगर सही वक्त पर बीमारी का पता लगा लिया जाए तो इनसे बचाव किया जा सकता है और इलाज किया जा सकता है. इसके अलावा लीवर ट्रांसप्लांट के क्षेत्र में नई-नई तकनीक के आने से ट्रांसप्लांटेशन भी अब बहुत सुरक्षित हो गया है. मरीज को सर्जरी के बाद किसी किस्म की दिक्कत भी नहीं आती है और ऑपरेशन के बाद नॉर्मल और लंबा जीवन जी पाते हैं. फिब्रोसिस जैसी समस्याओं के कारण लीवर में तरह तरह के रोग लग जाते हैं और सिरोसिस भी हो जाता है. अगर समय पर इन चीजों का पता लगा लिया जाए तो सिरोसिस जैसी गंभीर दिक्कत से बचा जा सकता है. हमारा मकसद यही है कि मरीज को अच्छे डॉक्टर्स तक पहुंचने में वक्त न लगे और बड़े शहरों से दूर होने के चलते वो अपनी बीमारी के साथ ही जीने को मजबूर न हो. हालांकि, लीवर ट्रांस्पलांटेशन ने अब गंभीर परिणामों से बचाने में अहम भूमिका निभाई है, लेकिन लगातार बढ़ रहे लीवर से संबंधित रोगों ने बड़ी चुनौती खड़ी कर दी है, ऐसे में रोग का सही समय पर पता चलना बेहद जरूरी है.’’।
आजकल किडनी फेल होने के मामले भी काफी सामने आ रहे हैं. साथ ही क्रोनिक किडनी डिसीज़ के केस भी लगातार बढ़ रहे हैं. डायबिटीज, हाइपरटेंशन, जनेटिक प्रॉब्लम, ऑटो इम्यून डिसीज, शराब का सेवन, यूरिन इंफेक्शन जैसे तमाम कारण हैं जिनसे किडनी की समस्याएं पैदा हो रही हैं. इस तरह के मरीजों के लिए किडनी ट्रांसप्लांट कराना ही एकमात्र विकल्प बचता है. ऐसे में मरीजों के परिजनों को किडनी ट्रांसप्लांट की सर्जरी से जुड़ी सभी अहम जानकारियां होना भी आवश्यक है।
मैरिंगो क्यू.आर.जी अस्पताल के नेफ्रोलॉजी एंड किडनी ट्रांसप्लांट विभाग में कंसल्टेंट डॉक्टर विवेक बंसल ने बताया, ‘’अलीगढ़ में इस ओपीडी को शुरू करने का हमारा सबसे बड़ा मकसद ये है कि किडनी ट्रांसप्लांट के बाद मरीजों को लगातार देखा जा सके क्योंकि सर्जरी के बाद ऐसा हो नहीं पाता है. अगर सर्जरी के बाद पेशंट के रेगुलर चेकअप्स न किए जाएं तो इंफेक्शन जैसी दिक्कतें हो जाती हैं. साथ ही हमारी टीम लगातार लोगों को स्वस्थ जीवन जीने के लिए प्रेरित करेगी और किडनी से जुड़ी प्रॉब्लम्स के बारे में जागरुक करेगी. लैप्रोस्कॉपी के चलते किडनी ट्रांसप्लांट सर्जरी बहुत ही आसान हो गई है और इसमें पोस्ट सर्जरी मरीज को किसी तरह की समस्या भी नहीं होती है. इस सर्जरी में बहुत ही मामूली कट लगाया जाता है जिसके चलते ऑपरेशन के बाद मरीज को कोई समस्या नहीं होती, साथ ही डोनर भी सेफ रहता है और एक हफ्ते के अंदर नॉर्मल लाइफ जीने लगते हैं. साथ ही मरीज भी काफी तेजी के साथ रिकवरी करने लगता है.’’।
मैरिंगो क्यू.आर.जी अस्पताल फरीदाबाद में फैसिलिटी डायरेक्टर राजीव गोयल ने ओपीडी को लेकर अपनी बात रखी. उन्होंने कहा, ‘’अलीगढ़ में ओपीडी सेवा शुरू करने का उद्देश्य यूपी के उन मरीजों को लाभ पहुंचाना है जो दूसरे शहरों में इलाज के लिए नहीं जा पाते. मारेन्गो क्यूआरजी अस्पताल के डॉक्टर्स पहले ही अलग-अलग फील्ड में अपनी पहचान बना चुके हैं और अब दूसरे शहरों में जाकर भी वो लोगों की सेवाएं कर रहे हैं. मारेन्गो अस्पताल भी अपनी वर्ल्ड क्लास हेल्थ सर्विस के लिए जाना जाता है और अब अस्पताल की हाई क्लास फैसिलीज का फायदा अलीगढ़ व आसपास के लोगों को भी मिल सकेगा.’’।
इस मौके पर अलीगढ़ के शुभ सुपर स्पेशलिस्ट सेंटर के फाउंडर और डायरेक्टर डॉक्टर अभिनव वर्मा ने कहा, ‘’देश के मशहूर और बेस्ट लीवर एंड डाइजेस्विट व किडनी ट्रांसप्लांट सेंटर के साथ मिलकर हेल्थ सर्विस देने पर हमें बहुत खुशी हो रही है. हमारी ये ओपीडी लोगों को हेल्दी लाइफस्टाइल जीने के लिए तो प्रेरित करेगी ही, साथ ही लोगों को इलाज की बेस्ट सुविधा भी मुहैया कराएगी. इस ओपीडी के आने से अलीगढ़ में वर्ल्ड क्लास हेल्थ सेवाओं का लाभ मिलेगा और यहां के मरीज अपने पास ही बेस्ट ट्रीटमेंट पा सकेंगे. इस ओपीडी के जरिए कंसल्टेशन और जांच पड़ताल के साथ ही इलाज की भी पूरी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी.’।
मौजूदा वक्त में हर कोई बिजी है. इसके चलते लोग अपनी लाइफस्टाइल पर ध्यान नहीं दे पाते हैं. इसका दुष्प्रभाव ये होता है कि किडनी और लीवर से जुड़ी बीमारियां आजकल काफी बढ़ रही हैं. इन परिस्थियों के बीच मारेन्गो अस्पताल फरीदाबाद और शुभ क्लीनिक ने मिलकर जो ओपीडी शुरू की है वो अलीगढ़ और आसपास के इलाके के लोगों के लिए वरदान साबित होगी।
10/11/2022 08:12 AM


















