Aligarh
हालांकि यह घटना 18 जुलाई 2022 की कोल्लम केरला के Marthoma Institute of Information Technology की
Marthoma Institute of Information Technology में एग्जाम चेकिंग के दौरान छात्रा के प्राइवेट वस्त्र का मामला अलीगढ़ में उठाया।: इसकाफ पहनने वाली छात्राओं के लिए भी दी प्रतिक्रिया।
अलीगढ़:केरल के कोल्लम जिले में मार्च इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी में परीक्षा के लिए छात्राओ की तलाशी के नाम पर उनके अंतर्वस्त्र उतारकर चेकिंग की गई। यह छात्राओं का माणिक व् शारीरिक उत्पीड़न है। यह घटना अत्यंत निंदनीय है। इससे छात्राओं का मनोबल टुटा बल्कि उनकी धारणा बनी कि समाज में लड़कियों को गलत स्थान दिया जा रहा है। यह बातें आगरा से अलीगढ आई डॉ संगीता शर्मा ने कहीं। उन्होंने कहा कि इस तरह के कृत्य को करने वालों को सख्त से सजा दी जानी चाहिए जिससे इस तरह का मानसिक, शारीरिक व् सामाजिक उत्पीड़न किसी का नहीं हो पाए।
इसके साथ ही उन्होंने लव जिहाद का मामले पर बोलते हुए कह कि देश के कोने-कोने में पूर्व नियोजित तरीके से लव जिहाद का मसला चल रहा है। इसे रोकना होगा। अपनी हिन्दू बहन बेटियों को इसके लोए जागृत करना होगा। उन्हें बताना होगा कि इस तरह के झूठे दिखावे और लुभावने पन से दूर रहना होगा। इन मामलों को लेकर उन्होंने राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा है। जिसमे ऐसी घटनाओं पर अंकुश लगाने की मांग की है।
हालांकि यह घटना 18 जुलाई 2022 की कोल्लम केरला के Marthoma Institute of Information Technology की
है जहाँ एक चौंकाने वाली घटना हुई थी, राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (एनईईटी) में शामिल होने के लिए आई एक छात्रा को रविवार को कोल्लम जिले के अयूर के पास एक परीक्षा केंद्र में कथित तौर पर अपने आंतरिक वस्त्र उतारने के लिए मजबूर किया गया, जिसकी व्यापक आलोचना हुई।
मामला तब सामने आया जब सूरानाडु की छात्रा के माता-पिता ने कोल्लम के ग्रामीण एसपी और कोट्टारकरा DySP के पास शिकायत दर्ज कराई और उनकी बेटी के साथ ऐसा करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
इस बीच, केरल के उच्च शिक्षा मंत्री आर बिंदू ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को एक पत्र लिखा है, जिसमें छात्राओं को परीक्षा केंद्र में प्रवेश करने से पहले अपने इनरवियर को हटाने के लिए मजबूर करने का कड़ा विरोध किया गया है।
इस घटना पर राज्य के शिक्षा मंत्री ने पत्र में इस घटना को छात्राओं की गरिमा और सम्मान पर नग्न हमला बताया था।
बुर्खा स्काफ स्कूल कॉलेज में पहनने के सवाल पर प्रतिक्रिया देते हुए डॉक्टर संगीता शर्मा ने कहा कि केरल की सरकार को पता होगा कि इस तरह की घटनाएं क्यों बढ़ती जा रही है, उन सभी घटनाओं को संज्ञान लिया गया है।
ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए एसोसिएशन ऑफ ह्यूमन डेमोक्रेटिक राइट्स के पदाधिकारियों ने अलीगढ़ में एक प्रेस वार्ता रखी और राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन दिया।
इस दौरान एसोसिएशन ऑफ ह्यूमन राइट्स के आशीष गोयल, मानव कल्याण रौनक गुप्ता, कल्प सोसाइटी की समाजसेविका कल्पना पंडित, गुनीत कौर ने भी महिलाओं को जागृत करने और उनके सशक्तिकरण पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि महिलाओं को अपने हक़ के लिए स्वयं लड़ना होगा। महिलाऐं आज के परिवेश में हर क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य कर आगे बढ़ रहीं हैं जो एक मिसाल है। आशीष गोयल ने कहा कि मानवाधिकार हर व्यक्ति का अधिकार है। कोई भी सरकार या संगठन इससे अलग नहीं है। इस दौरान सायना राजपूत, डॉ विभव वार्ष्णेय, डॉ अभिषेक गुप्ता भी मौजूद रहे।
09/30/2022 10:32 AM


















