Aligarh
एक परिवार पर एक दर्जन से ज्यादा sc-st के मुकदमे लगाने के विरोध में गांव में लगाई गई महापंचायत प्रशासन के छूटे पसीने:
अलीगढ़ के कोतवाली इगलास के गांव हस्तपुर में एक परिवार पर एक दर्जन से ज्यादा sc-st के मुकदमे दर्ज कराने वाले परिवार के खिलाफ महापंचायत का बिगुल बज उठा है जिसके बाद प्रशासन के भी पसीने छूट गए प्रशासन के द्वारा आनन-फानन में अतिरिक्त पुलिस बल बुलाया गया प्रशासन के द्वारा महापंचायत को न लगाने की बात कही गई लेकिन धीरे-धीरे महापंचायत का कारवां बढ़ता चला गया आलम यह रहा,सुबह 10 बजे से ही महापंचायत स्थल पर भीड़ लगने लगी, जिले के बाद अन्य प्रांतों के लोग भी महापंचायत में आ पहुंचे महापंचायत में आह्वान किया गया है जल्द ही पीड़ित परिवार को न्याय नहीं मिला तो उनके द्वारा डीएम अलीगढ़ का घेराव किया जाएगा
दरअसल पूरा मामला जिला अलीगढ़ के कोतवाली इग्लास के गांव हस्तपुर का है जहां पर एक जाट परिवार के ऊपर दलित परिवार के द्वारा एक दर्जन से ज्यादा एससी एसटी के साथ छेड़छाड़ के मुकदमे दर्ज करा रखे हैं साथ ही सरकार से लाखों रुपए एससी एसटी आयोग से भी लिए गए हैं आरोपी पक्ष परिवार का कहना है उस पर लगाए गए सारे मुकदमे झूठे हैं जिसको लेकर उनके द्वारा बीते दिन जिले के एसएसपी रहे राजेश पांडे का भी उल्लेख किया गया है परिवार का कहना है उनके परिवार पर लगातार मुआवजा पाने के चक्कर में झूठे मुकदमे लगाए गए हैं जिस से आहत होकर उनके द्वारा लगातार सभी जगह अधिकारियों के चक्कर काटे गए लेकर आज तक न्याय नहीं मिला उनके द्वारा सभी बिरादरी से महापंचायत कर न्याय दिलाने की मांग की थी जिसके बाद राष्ट्रीय सरवन परिषद दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंकज धवरैया व किसान नेताओं के नेतृत्व में जाट महासभा के पदाधिकारियों के द्वारा शिरकत की गई इस दौरान राष्ट्रीय अध्यक्ष पंकज ध्वरैया के द्वारा जानकारी देते हुए बताया गया एक दलित परिवार के द्वारा sc-st लगाकर जाट परिवार पर जुल्म ढहाया गया लेकिन मौजूदा प्रशासन के द्वारा पीड़ित परिवार की कोई मदद नहीं की गई यही कारण आज उनके द्वारा महापंचायत लगाई गई है उनके द्वारा एक ज्ञापन अधिकारियों को दिया गया है जिसमें मांग की गई है पीड़ित परिवार को न्याय नहीं मिला तो उनके द्वारा डीएम अलीगढ़ का घेराव किया जाएगा महापंचायत को हटाने के लिए प्रशासन के द्वारा खूब कोशिश की गई जिसके बाद पीड़ित पक्ष की एक महिला के द्वारा अपने ऊपर तेल डालने का प्रयास किया गया जिसको महिला पुलिस कर्मियों के द्वारा छीन लिया गया पीड़ित परिवार का आरोपी है जिस तरीके से आरोपी पक्ष के द्वारा मुकदमे दर्ज कराए गए प्रशासन के द्वारा उनकी कोई मदद नहीं की गई पंकज के द्वारा जानकारी देते हुए बताया लगभग 10,000 से ज्यादा लोगों के द्वारा महा पंचायत की गई लेकिन उनकी गाड़ियों को रोक दिया गया उनके द्वारा पीड़ित को न्याय दिलाने की बात कही है वहीं दूसरी और जनप्रतिनिधियों पर उनके द्वारा जमकर प्रहार किए हैं पंकज धवरैया का कहना है पीड़ित परिवार पर जुल्म ढहाया गया है जिन जन प्रतिनिधियों के द्वारा जनता को न्याय नही दिलाया जाता ऐसे नप्रतिनिधियों को घर से बाहर निकालने का काम अब जनता करेगी,
09/28/2022 02:29 PM


















