Aligarh
आई ए पी के बैनर तले नवजात शिशुओं की आपातकालीन बीमारियों को लेकर कार्यशाला का किया आयोजन।:
उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा नवजात शिशुओं की गंभीर बीमारियों के लिए टीकाकरण एवं अन्य सुविधाएं सरकारी एवं गैर सरकारी अस्पतालों में सुचारू रूप से संचालित की गई है । लेकिन संसाधन के चलते बहुत से नवजात शिशुओं को सही समय पर सही इलाज नहीं मिल पाता है। जिसकी वजह से नवजात शिशुओं की मौत हो जाती है। वहीं कुछ जगहों पर नवजात शिशु जोकि गंभीर बीमारियों से पीड़ित होते हैं ऐसे बच्चों को इलाज की तकनीकी का होना भी अनिवार्य होता है।
अलीगढ़ में आई ,ए ,पी के बैनर तले नवजात शिशुओं की गंभीर बीमारियों को नई-नई तकनीकी से इलाज करने के उद्देश्य से एक सेमिनार का आयोजन किया गया । जिसमें अलीगढ़ शहर के सभी वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञों के साथ-साथ दिल्ली एनसीआर एवं अन्य जिलों के डॉक्टरों ने भी हिस्सा लिया ।इस सेमिनार मैं अचानक नवजात शिशुओं की गंभीर बीमारियों को लेकर मंथन किया गया । नवजात शिशुओं मैं आजकल बहुत सी बीमारियां उत्पन्न हो जाती हैं। जिसका सही समय पर यदि इलाज नहीं मिल पाता है तो नवजात शिशुओं को अपनी जान से हाथ धोना पड़ता है। सेमिनार में सभी वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञों ने अपनी अपनी राय को रखा। सेमिनार में अलीगढ़ जेएन मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर एवं ए, आई, पी, के सेक्रेटरी डॉ आलोक कुलश्रेष्ठ ने सेमिनार में अपनी बातों को रख कर वहां उपस्थित सभी डॉक्टर से मंथन भी किया । डॉक्टरों के द्वारा बताया गया कि नवजात शिशुओं के इलाज को लेकर नई नई तकनीकी मशीनों का इस्तेमाल भी किया जाता है। जिससे समय रहते नवजात शिशु को उस गंभीर बीमारी से निजात दिलाई जा सके , मुख्य रूप से नवजात शिशु को उल्टी दस्त एवं धड़कन की बीमारी बहुत ज्यादा देखने को मिलती है । समय पर यदि सटीक इलाज मिल जाए तो शिशु की जान बचाई जा सकती है । उत्तर प्रदेश के अंदर इस तरह की सेमिनार का आयोजन बनारस के बाद अलीगढ़ में किया जा रहा है। वहीं डॉ प्रदीप बंसल ने बताया कि आगामी भी इसी तरह कि सेमिनार का आयोजन किया जाता रहेगा, जिससे मशीनों की तकनीकी की जानकारी बाल रोग विशेषज्ञ को होती रहे।
09/26/2022 06:58 PM