Bhopal
भारत की नई स्वदेशी ताकत 'INS विक्रांत' पहला स्वदेशी विमान वाहक पोत राष्ट्र की सेवा में समर्पित।:
भोपाल। रिपोर्टर देवेन्द्र कुमार जैन
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने आज पहला स्वदेशी एयरक्राफ्ट कैरियर INS विक्रांत देश को समर्पित कर दिया है। यह उपलब्धि देश के यशस्वी भविष्य का प्रमाण है, विश्व क्षितिज पर आत्मनिर्भर भारत के बुलंद होते हौसलों की हुंकार है।
अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस यह युद्धपोत, भारत की सामरिक शक्ति को कई गुणा बढ़ने की क्षमता रखता है।
यह अद्भुत क्षण भारत के लिए अत्यंत गौरवशाली है।
INS विक्रांत का वजन 45000 टन है। यानी इसे बनाने में फ्रांस स्थित एफिल टावर के वजन से चार गुना ज्यादा लोहा और स्टील लगा है। इतना ही नहीं इसकी लंबाई 262 मीटर और चौड़ाई 62 मीटर है । यानी यह फुटबॉल के दो मैदान के बराबर है । पहले स्वदेशी युद्धपोत में 76% स्वदेशी उपकरण लगे हैं। इस पर 450 किमी मारक क्षमता वाली ब्रह्मोस मिसाइल भी तैनात रहेगी।
प्रधानमंत्री ने नौसेना के ध्वज के नए निशान का भी अनावरण किया है। जिससे अब भारत ने गुलामी के एक निशान को अपने सीने से उतारकर छत्रपति शिवाजी महाराज से प्रेरित चिह्न को नौसेना के ध्वज पर अपनाया है।
प्रधानमंत्री ने कहा INS विक्रांत सिर्फ एक युद्धपोत नहीं है। ये 21वीं सदी के भारत के परिश्रम, प्रतिभा, प्रभाव और प्रतिबद्धता का प्रमाण है। यह वाकई हम सभी के लिए गौरव का क्षण है।
प्रधानमंत्री ने देशवासियों को इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए बधाई दी ।
09/02/2022 04:23 PM