Bhopal
बुधनी में बनने वाले लकड़ी के खिलौने अब भोपाल एवं नर्मदापुरम रेलवे स्टेशनों पर विक्रय के लिए उपलब्ध:
सीहोर। रिपोर्टर देवेन्द्र कुमार जैन
बुधनी तहसील में बनने वाले लकड़ी के खिलौनों की ख्याति की दूर-दूर तक है। बुदनी में बड़े पैमाने पर लकड़ी के खिलौने बनाये जाते हैं। यहां के खिलौने दिल्ली, मुम्बई सहित देश के अनेक राज्यों में पसंद किए जाते है। इन खिलौनों की बिक्री अब भोपाल एवं नर्मदापुरम रेलवे स्टेशन पर खिलौने का स्टॉल लगाया गया है। बुधनी में विगत कई वर्षों से काष्ठ शिल्पकार पीढ़ी दर पीढ़ी लकड़ी के खिलौने बनाते आ रहे हैं। अदभुत काष्ठ कारीगरी, रंग, बनावट और आकर्षक आकार के कारण देश में अलग पहचान है। बुधनी के खिलौनों की प्रसिद्धी को ध्यान में रखते हुए इसे आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश की अवधारणा को साकार करने के लिए एक जिला एक उत्पाद के तहत बुधनी के खिलौनों का चयन किया गया है। बुधनी के खिलौने की ख्याति को दृष्टिगत रखते हुए तथा शिल्पकारों के उत्थान के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश पर बुधनी को टॉय कलस्टर के रूप में विकसित करने के लिए निरतर कार्य किया जा रहा है। बुधनी में कारीगरों द्वारा खिलौना निर्माण के लिए दुधी लकड़ी का प्रयोग किया जाता है। इसका रंग सफेद होता है तथा इसमें अन्य लकड़ियों की तरह गांठ और रेसे नहीं होते। पूरी लकड़ी एक जैसी होने के कारण खिलौने सुन्दर और आकर्षक दिखते है। साथ ही यह लकड़ी मजबूत होती है। बच्चों द्वारा खेलते समय इसे दांतों से चबाने या मुह में लगाने से कोई नुकसान नहीं होता। इस लकड़ी के औषधिगुण भी हैं। दुधी लकड़ी बुदनी क्षेत्र के जंगलों में पाई जाती है। वन विभाग द्वारा इसे रियायती दर पर शिल्पकारों को उपलब्ध कराया जाता है।
09/01/2022 02:25 PM