Bhopal
भ्रष्टाचार की नींव पर बना हुआ ट्विन टावर तैंतीस सौ किलो विस्फ़ोट से हुआ ढेर:
भोपाल। रिपोर्टर देवेन्द्र कुमार जैन
रविवार को दोपहर नोएडा सेक्टर 93-A में स्थित ट्विन टावर को ध्वस्त हो गया। भ्रष्टाचार के इस गगनचुंबी इमारत को अधिकारियों और बिल्डर की मिलीभगत से खड़ा किया गया था। रविवार दोहपर 2.30 बजे के करीब 800 करोड़ रुपए की
वैल्यू वाले दोनों टावर विस्फोटकों के द्वारा देखते-देखते मलबे में बदल गए। सुपरटेक के इन टावरों को निर्माण संबंधी प्रावधानों का पालन नहीं करने के चलते सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर गिराया गया। सुपरटेक के ट्विन टावर्स को गिराने में करीब 17.55 करोड रुपये का खर्च आया इसे गिराने का खर्च भी बिल्डर कंपनी सुपरटेक ने वहन किया है। दोनों ही टावरो में कुल 950 फ्लैट्स बने चुके थे। सुपरटेक ने 200 से 300 करोड़ रुपये की लागत से ट्विन टावर का निर्माण किया था।
जिस इलाके में ये टावर्स बने थे, वहां प्रॉपर्टी की वैल्यू फिलहाल 10 हजार रुपए प्रति वर्ग फीट है। इस हिसाब से अब जमींदोज हो चुके सुपरटेक के दोनों टावर्स की वैल्यू 1000 करोड़ रुपये के पार निकल जाती है। हालांकि कानूनी मुकदमेबाजियों के कारण इन दोनों टावर की वैल्यू पर असर पड़ा और इनकी मौजूदा वैल्यू 700 से 800 करोड़ रुपये थी।
ट्विन टावर में 711 ग्राहकों ने फ्लैट बुक कराए थे। बिल्डर ने प्रॉपर्टी की कीमत कम या ज्यादा होने पर पैसा रिफंड किया या अतिरिक्त रकम ली। जिन लोगों को बदले में सस्ती प्रॉपर्टी दी गई उनमें सभी को अभी तक बाकी रकम नहीं मिली है।ट्विन टावर्स के 59 ग्राहकों को अभी तक नहीं मिला रिफंड नहीं मिला है।रिफंड की आखिरी तारीख 31 मार्च 2022 थी।
08/28/2022 10:39 AM