Bhopal
भोपाल। रिपोर्टर देवेन्द्र कुमार जैन
शिवराज सिंह चौहान ने किया "मुख्यमंत्री तीर्थ-दर्शन योजना" का शुभारंभ ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना:
भोपाल। रिपोर्टर देवेन्द्र कुमार जैन
तीर्थ-दर्शन योजना आत्मा के आनंद के लिए पुन: शुरू की गई है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि आत्मा के आनंद के साथ, जीवन को सुखमय बनाने के लिए पौध-रोपण, नशा मुक्ति, बेटियों का सम्मान और पानी बचाना जरूरी है। मुख्यमंत्री चौहान रानी कमलापति स्टेशन से मुख्यमंत्री तीर्थ-दर्शन योजना का शुभारंभ कर तीर्थ-यात्रियों को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने शंख और महिला सशक्तिकरण पर केंद्रित गीत की ध्वनि के बीच, कन्या-पूजन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
"मुख्यमंत्री तीर्थ-दर्शन" योजना के शुभारंभ कार्यक्रम की अध्यक्षता पर्यटन, संस्कृति, धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व मंत्री उषा ठाकुर ने की। नगरीय विकास एवं आवास मंत्री तथा भोपाल जिले के प्रभारी भूपेंद्र सिंह विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थे। खेल एवं युवा कल्याण मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री बिसाहूलाल सिंह, जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट, वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा, वन मंत्री विजय शाह, समेत कई मंत्रीगण भी कार्यक्रम में उपस्थित थे। प्रदेश मे पुनः प्रारंभ हुई मुख्यमंत्री तीर्थ-दर्शन योजना की पहली तीर्थ यात्रा वाराणसी के लिए रवाना की गई। यह ट्रेन रानी कमलापति स्टेशन से आरंभ होकर भोपाल और सागर होते हुए वाराणसी पहुँचेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यात्रा में वरिष्ठ जन की सेवा के लिए राज्य सरकार द्वारा पर्याप्त व्यवस्था की गई है। उन्हें किसी भी प्रकार का कष्ट नहीं होने दिया जाएगा। वर्ष 2012 में राज्य सरकार ने तीर्थ-यात्रा कराने के बारे में निर्णय लिया था। यह वरिष्ठ जन की भावना और उनकी मांग का सम्मान था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर भी तीर्थ-यात्रियों के साथ वाराणसी जा रही हैं। यात्रा में वरिष्ठ जन के भोजन, विश्राम और सम्मान के साथ दर्शन की व्यवस्था की गई है। पति-पत्नी साथ तीर्थ-यात्रा पर जा सकें, यह व्यवस्था भी योजना में है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि अब आरंभ हुई तीर्थ-दर्शन योजना रूकेगी नहीं।उन्होंने कहा कि तीर्थ-दर्शन जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा है। अब तीर्थ के लिए एक के बाद एक यात्राओं का क्रम जारी रहेगा।
वरिष्ठ जन को यह सुख देने के लिए ही तीर्थ-दर्शन योजना पुनः आरंभ की गई है। तीर्थ-यात्रा में भजन मंडली की व्यवस्था की गई है। यात्रा को आनंद से पूर्ण करें, भक्ति भाव से दर्शन करें।
पहली तीर्थ-दर्शन यात्रा में भोपाल और सागर संभाग के 974 यात्री सम्मिलित हैं। तीर्थ-यात्री काशी विश्वनाथ के दर्शन के साथ संत रविदास और संत कबीरदास जी के जन्म स्थल के दर्शन भी करेंगे। तीर्थ-यात्रियों को यात्रा से लौटते समय भगवान विश्वनाथ का स्मृति-चिन्ह भेंट किया जाएगा। यात्रा में तीर्थ-यात्रियों की सुविधा के लिए भोजन, नाश्ता, चाय के साथ गंतव्य पर रूकने और बसों द्वारा आने-जाने की व्यवस्था की गई है। यात्रियों की सुरक्षा की व्यवस्था के साथ ट्रेन में स्वास्थ्य परीक्षण के लिए डॉक्टर भी उपलब्ध हैं।
पर्यटन, संस्कृति, एवं अध्यात्म मंत्री उषा ठाकुर ने प्रदेश में पुनः शुरू हुई मुख्यमंत्री तीर्थ-दर्शन योजना की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि योजना में इस बार पावन नगरी अयोध्या, पंच तीर्थ अम्बेडकर की जन्म स्थली जैसे कई तीर्थ स्थल जुड़े हैं। बुजुर्गों का आशीर्वाद हमारे प्रदेश को देश में सर्वोच्च पंक्ति में खड़ा करेगा। मुख्यमंत्री तीर्थ-दर्शन योजना में 22 अप्रैल को दूसरे चरण में खंडवा से हरदा, नर्मदापुरम होते हुए सोमनाथ, 23 अप्रैल को रतलाम से मंदसौर और नीमच होते हुए वैष्णो देवी और 28 अप्रैल को इंदौर से देवास, उज्जैन होते हुए अयोध्या के लिए रेल से तीर्थ-यात्रा शुरू होगी।
04/19/2022 02:59 PM


















