Bhopal
नौकरी दिलाने के नाम पर धोखाधडी करने वाले गिरोह के मुख्य सरगना सहित 3 आरोपियों को नोयडा से किया गया गिरफ्तार: अभी तक लगभग 10 लाख से ज्यादा रूपये की कर चुके है ठगी।
भोपाल। रिपोर्टर देवेन्द्र कुमार जैन
घटनाक्रम इस प्रकार है 29 दिसम्बर को बृज मोहन ताम्रकार निवासी भोपाल के द्वारा सायबर क्राइम ब्रान्च जिला भोपाल में लिखित शिकायत आवेदन दिया गया था कि उसे 22 मार्च को एक मोबाइल नंबर से नौकरी डाॅट काॅम नामक कंपनी से माही शर्मा नामक महिला का फोन आया कि वह मल्टी नेशनल कंपनी में नौकरी दिला सकती है और अपने सीनियर राहुल नामक व्यक्ति से बात करवाई। उसके बाद रजिस्ट्रेशन चार्ज, ट्रेनिंग चार्ज, कंफर्मेशन चार्ज एवं प्रोसेसिंग चार्ज के नाम पर फरियादी के साथ कुल 89801 रूपये की धोखाधडी की गई। शिकायत आवेदन में आये तथ्यों एवं प्राप्त तकनीकि जानकारी के आधार पर बैंक खाता एवं धोखाधडी में उपयोग किये गये मोबाइल नंबरों के उपयोगकर्ताओं के विरूद्व अपराध क्रमांक 55/2022 धारा 419,420 भादवि का पंजीबद्व कर विवेचना में लिया गया।
आरोपी अनुज बंसल, अमित पाल एवं माही शर्मा (परिवर्तित नाम) के द्वारा बेरोजगारों को नौकरी देने के नाम पर धोखाधडी की जाती थी। आरोपी बेरोजगार लोगो का डाटा नौकरी प्रदाय करने वाली प्रतिष्ठत कंपनियों से खरीदते है तथा मोबाइल नंबर पर काॅल करके लोगो को जाॅब आफर की जाती है जिसके बाद बेरोजगार लोगो को नौकरी देने के नाम पर रजिस्ट्रेशन चार्ज लिया जाता है एवं उन्हे फर्जी ज्वायनिंग लेटर ई-मेल कर उनसे विभिन्न प्रकार के चार्ज जैसे रजिस्ट्रेशन चार्ज, ट्रेनिंग चार्ज, कंफर्मेशन चार्ज , प्रोसेसिंग चार्ज एवं केन्सलेशन चार्ज के नाम पर पैसे जमा करवाकर धोखाधडी करते थे तथा किसी भी प्रकार की कोई नौकरी नही दी जाती थी। धोखाधडी का पैसा किराये पर खरीदे गये बैंक खातो में जमा करवाते थे और खाते में पैसा आते ही, तुरन्त खाते से पैसा निकाल लेते थे। तथा पुलिस से बचने के लिये कीपेड मोबाइल फोन का उपयोग कर उनमें नई-नई सिमो को डालकर लोगो को ठगी का शिकार बनाते थे।
सायबर क्राइम जिला भोपाल की टीम द्वारा त्वरित कार्यवाही कर नोयडा से काॅल सेण्टर संचालित करने वाले गिरोह के सरगना सहित कुल 3 आरोपीयों को गिरफ्तार किया गया है एवं आरोपीयों से अपराध में प्रयुक्त 1 लेपटाॅप, 16 मोबाइल फोन, 19 सिम कार्ड ,2 एटीएम कार्ड एवं ठगी का शिकार बना चुके लोगो की लिस्ट व रजिस्टर जप्त किये गये है।
वर्तामान में सायबर ठगो द्वारा प्रतिष्ठित कंपनियों में नौकरी देने के नाम पर फोन किया जाता है। जिसके बाद रजिस्ट्रेशन एवं विभिन्न प्रकार के प्रोसेसिंग चार्ज के नाम पर पैसा लिया जाता है। नौकरी प्रदाय करने वाली कंपनियो को पैसा देने के पूर्व उसकी सत्यता एवं विश्वसनीयता की जांच करें एवं व्यक्तिगत जानकारी व ओटीपी किसी से भी सांझा न करें ।
04/09/2022 04:18 PM