Bhopal
भोपाल जिले की बदलती तस्वीर और बोलती कहानियों से स्वच्छता के लिए नई अलख जागी:
भोपाल। रिपोर्टर देवेन्द्र कुमार जैन
जिले में स्वच्छता अभियान 2022- 23 के लिए फिर से स्वच्छता सर्वेक्षण शुरू हो चुका है इसके लिए नगर निगम और स्थानीय युवाओं के द्वारा लगातार नए प्रकार के नवाचार किए जा रहे हैं। कचरा क्षेत्रों को बदल कर नए रूप में पार्क, चौराहा और सड़क किनारों को व्यवस्थित किया जा रहा हैं।
भोपाल के हर वार्ड और क्षेत्र में ऐसी जगह को चिन्हित कर काम शुरू हो चुका है। एनजीओ, नगर निगम और स्थानीय स्व-सहायता समूह द्वारा लगातार यह काम किया जा रहा है जिसमें पहले यहां पर कचरा फेकने की जगह को सौंदर्यीकरण किया जा रहा है। पहले लोग यहां पर आकर अपना कचरा फेंक जाते थे। ऐसे स्थानों को स्वच्छ करने के लिए उनकी टीम द्वारा लोगों को समझाया जा रहा है। आसपास के कचरे को पूरी तरह से खत्म किया गया, वहां पर कचरा नहीं डालें इसके लिए वहां पर ऐसी जगह को व्यवस्थित किया गया है।
बेस्ट से बेस्ट अर्थात कचरे से बेकार वस्तुओं को निकालकर अच्छी से अच्छी चीजें बनाकर सजाया गया है। इससे लोगों में अब उसके प्रति एक अलग ही विचार मन में आ रहे हैं यह कहानियां बोल रही है कि जहाँ कभी पहले कचरा रहता था आज वह सबसे सुंदर जगह में शुमार हो गया है।
भोपाल अपनी कहानी खुद लिख रहा है और इस बार फिर स्वच्छता की राजधानी में नंबर बनाने के लिए लगातार काम कर रहा है। आम आदमी के जुड़ाव से नवाचार किया जा रहा है इसमें वॉलिंटियर, स्थानीय, स्वयंसेवक और छात्र-छात्राएं बड़ी संख्या में आकर स्वच्छता के मिशन को पूरी तन्मयता के साथ काम कर रहे हैं। लगातार चौराहे, कॉलोनियों और पार्कों को सजाया जा रहा हैं। साथ ही अपने-अपने अनुसार लोग इसको व्यवस्थित करने में जुटे हुए हैं। भोपाल स्वच्छता में फिर से नंबर वन बनने के लिए लगातार प्रयासरत है।
03/28/2022 03:22 PM