Delhi
जी न्यूज के एंकर रोहित रंजन को हिरासत में लिया गया, सुबह-सुबह छत्तीसगढ़ की पुलिस टीम पहुंची थी घर:
राहुल गांधी के बयान को गलत ढंग में दिखाने वाले एंकर को नोएडा पुलिस ने हिरासत में लिया।
नोएडा में एक न्यूज एंकर को आज स्थानीय पुलिस ने हिरासत में ले लिया है. उनपर राहुल गांधी के बयान को गलत संदर्भ में टीवी पर प्रसारित करने का आरोप है. इस मसले पर एंकर अपनी गलती मानते हुए पहले ही माफी मांग चुके हैं. एंकर ने वायनाड के मसले पर दिये गये राहुल गांधी के बयान को उदयपुर में हुई टेलर की हत्या से जुड़ा बताया था. इसपर विवाद के बाद उनके खिलाफ कई जगहों शिकायत दर्ज हुई.
सोमवार सुबह छत्तीसगढ़ की पुलिस एंकर को अरेस्ट करने गाजियाबाद में उनके घर पहुंची. इसपर एंकर ने यूपी पुलिस से मदद मांगी ली. फिर नोएडा पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और एंकर को हिरासत में लेकर अपने साथ चली गई. इस दौरान यूपी पुलिस और छत्तीसगढ़ पुलिस की आपस में काफी नोंकझोंक भी हुई. माना जा रहा है कि यूपी पुलिस ने एंकर को इसलिए ही हिरासत में लिया है ताकि छत्तीसगढ़ पुलिस उन्हें अरेस्ट ना कर पाये.
टीवी एंकर के खिलाफ राजस्थान और छत्तीसगढ़ में केस रजिस्टर हुए थे. राजस्थान में कांग्रेस नेता राम सिंह ने बनपार्क पुलिस स्टेशन में आईपीसी की धारा 504 (जानबूझकर अपमान), 505 (आपराधिक धमकी), 153 ए (धर्म, जाति, स्थान के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने), 295A (जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण कार्य, जिसका उद्देश्य किसी भी वर्ग की धार्मिक भावनाओं को उसके धर्म या धार्मिक विश्वासों का अपमान करना है) और 120B (आपराधिक साजिश) के तहत मामला दर्ज कराया था.
क्या है मामला?
एंकर ने अपने शो में राहुल गांधी की एक वीडियो क्लिप चलाई थी. राहुल गांधी ने जो बयान वायनाड (केरल) में उनके दफ्तर पर हमला करने वालों के लिए दिया था, उनको उदयपुर में टेलर के हत्यारों के लिए दिया गया बताया था. राहुल ने कहा था कि हमला करने वाले बच्चे हैं, उनको माफ करना चाहिए.
राहुल गांधी ने कहा था कि जिन बच्चों ने ऐसा किया (वायनाड में उनके कार्यालय में तोड़फोड़ की), उन्हें माफ कर दिया जाना चाहिए. लेकिन टीवी में शो में बताया गया कि राहुल उदयपुर में कन्हैया लाल की हत्या करने वालों को माफ करने के लिए कह रहे हैं।
सोशल मीडिया पर विनयशील ने लिखा कि..
कानून और कायदा सिर्फ बीजेपी & समर्थकों के लिए है?
छत्तीसगढ़ पुलिस वारंट के साथ जी न्यूज़ के एंकर को फेक न्यूज चलाने के लिए गिरफ्तार करने गयी है. तो एंकर कह रहे हैं की यह गैर कानूनी है. साथी #पत्रकार समथन में दुहाई दे रहे हैं
2017 में जब छत्तीसगढ़ में रमन सिंह की सरकार थी, तब पुलिस ने उत्तरप्रदेश जाकर वरिष्ठ पत्रकार #विनोद वर्मा को संदेह पर गिरफ़्तार कर लिया था. तब तो किसी ने कानून की दुहाई न दी थी !
2022 में अभी बीते दिनों जब #जिग्नेश मेवानी को गुजरात से लाकर असम जेल में डाल दिया गया जब उसकी कोई गलती नहीं थी. तब कानून की दुहाई किसी पत्रकार ने न दी !
अब ये कहना कि Zee News के पत्रकार ने माफी मांग ली ? देश की विपक्षी पार्टी और उनके नेताओं के खिलाफ दिन रात पेड प्रोपोगेंडा चलाना, फेक न्यूज फैलाना, जान बूझ कर उनकी छवि खराब करना फिर एक बार माफी मांग लेना कोई तरीका नहीं है.
फेक न्यूज नहीं फैलाया तो नोयडा पुलिस ने गिरफ्तार क्यों किया?
07/05/2022 11:07 AM